1 मार्च से भारतीय रिजर्व बैंक के नियमों के अनुसार देश भर में कार्यरत 80 फीसदी मोबाइल वॉलेट बंद हो जाएंगे। इससे लोगों को ऐसे खातों का परिचालन करना बंद हो जाएगा। देश भर में कार्यरत सभी मोबाइल कंपनियों को 28 फरवरी तक अपने ग्राहकों की केवाईसी पूरी करनी है। आरबीआई ने कहा है कि ग्राहक 1 मार्च से बिना केवाईसी के लिए वॉलेट में पैसा नहीं डाल सकेंगे। इसके साथ ही किसी को भी पैसा भेज भी नहीं सकेंगे। आरबीआई का सभी मोबाइल वॉलेट कंपनियों को निर्देश है कि वो अपने यूजर्स की बेसिक केवाईसी की प्रक्रिया को पूरा कर लें। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के दिशानिर्देशों के अनुसार केवाईसी करवाना अब भी अनिवार्य है। मोबाइल वॉलेट कंपनियों ने रिजर्व बैंक द्वारा जारी किए गए एक अहम आदेश को पूरा नहीं किया है। देश भर में पेटीएम, मोबीक्विक, एसबीआई योनो, एचडीएफसी पैजेप, एम-पैसा, एयरटेल मनी, चिल्लर, अमेजन पे, फोन-पे प्रमुख मोबाइल वॉलेट कंपनियां हैं। पेटीएम के ऐप पर जाकर के केवाईसी के आइकॉन पर क्लिक करें। इसके बाद अपना आधार नंबर और नाम एंटर करें। यह करने के बाद कंपनी की तरफ से प्रतिनिधि को भेजने के लिए आपका नाम. घर या ऑफिस का पता और पिनकोड मांगा जाएगा। इसके बाद अगले 2 से 4 दिन में कंपनी का प्रतिनिधि आपके बताए पते पर आकर के डॉक्यूमेंट्स को वेरिफाई करेगा।
Check Also
एक्टिंग के बाद राजनीति में जलवा बिखेरेंगे अक्षय खन्ना, विनोद खन्ना की सीट पर लड़ सकते हैं चुनाव
पंजाब में भाजपा अपने पुराने सहयोगी शिरोमणि अकाली दल के साथ मिलकर लोकसभा चुनाव लड़ …