पुलवामा आतंकी हमले के बाद अपने बयान से विवादों में घिरे निकायमंत्री नवजोत सिद्धू रविवार को कैबिनेट की अहम बैठक में शामिल नहीं हुए। उनके पोस्टर पर कालिख पोती गई है। इस बैठक में बजट आदि पेश किए जाने को मंजूरी दी जानी थी। वहीं सिद्धू ने पुलवामा हमले के बाद अपने दोस्त और पाक पीएम इमरान खान का बचाव किया था। उन्होंने कहा था कि कुछ लोगों की वजह से पूरे देश या किसी एक व्यक्ति को दोषी नहीं ठहराया जा सकता। उसी दिन से हर तरफ सिद्धू का विरोध शुरू हो गया था। दूसरी तरफ सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने विधानसभा में खुल कर इमरान और पाक सेना प्रमुख कमर जावेद बाजवा को लताड़ा था। अपनी ही पार्टी के खिलाफ जाकर बयान देने के बाद सिद्धू विपक्ष के साथ-साथ कांग्रेसियों के निशाने पर भी आ गए थे। गुरु नगरी में भाजपा युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने पुलवामा आतंकी हमले पर विवादित बयान देने वाले मंत्री नवजोत सिद्धू के पोस्टर पर कालिख पोत कर रोष प्रदर्शन किया। भाजपा कार्यकर्ताओं ने सिद्धू के विरुद्ध नारेबाजी की। प्रदर्शन के बाद भाजपाइयों ने सिद्धू के पोस्टर को आग लगा दी। इस अवसर पर भाजपा युवा मोर्चा के जिला प्रधान गौतम अरोरा ने कहा कि भाजयुमो कार्यकर्ता सिद्धू के लिए विशेष तौर पर पायल लेकर आए। सिद्धू को अगर पाकिस्तान से इतना ही प्रेम है तो उन्हें पाकिस्तान जाकर वहां अपना राजनितिक भविष्य बनाना चाहिए। सूत्रों के अनुसार कैबिनेट की मीटिंग के दौरान सिद्धू पर भी चर्चा हुई। सिद्धू द्वारा दिया बयान चर्चा का विषय बना। एक मंत्री ने कहा कि सिद्धू अपने स्थानीय निकाय विभाग के कुछ कार्यक्रमों में हिस्सा लेने उनके क्षेत्र में आने वाले हैं। वहां के भाजपा कार्यकर्ताओं ने उनका डट कर विरोध करने की तैयारी कर रखी है। सरकार की बेवजह फजीहत होगी, इसलिए उन्हें वहां आने से रोका जाए। सीएम ने कहा कि वह किसी मंत्री को कार्यक्रम में हिस्सा लेने से नहीं रोक सकते।
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