रविवार को दक्षिणी कश्मीर के पुलवामा जिले के पिंगलिन इलाके में आधी रात के बाद लगभग डेढ़ बजे शुरू हुई मुठभेड़ में दो आतंकी मारे गए हैं। इस मुठभेड़ में मेजर समेत 4 जवान शहीद हो गए जबकि 1 जवान घायल है। मुठभेड़ में मेरठ के जवान अजय कुमार भी शहीद हुए हैं। जानकारी के अनुसार घेराबंदी में दो आतंकियों को सेना के जवानों ने मार गिराया। दोनों की पहचान की जा रही है। मुठभेड़ के दौरान आतंकी जिस इमारत में छिपे थे उनके ठिकाने को भी सेना ने उड़ा दिया है। पूरे इलाके को घेरकर सेना का सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है। आतंकी हमले में मारे गए चार जवानों में मोदीनगर से सटे जानी ब्लॉक में बसी टीकरी गांव के सिपाही अजय कुमार पुत्र वीरपाल सिंह भी शहीद हुए हैं। बेटे की शहादत की सूचना मिलते ही जवान अजय के घर में कोहराम मच गया। आस-पास के लोगों की भीड़ उनके घर पर जुटी हुई है। शहीद जवान अजय 7 अप्रैल 2011 को ’20 ग्रेनेडियर्स’ में नियुक्त हुए थे। फिलहाल वह 55 राष्ट्रीय राइफल्स में तैनात थे। परिजनों ने बताया कि अजय 31 जनवरी को एक माह की छुट्टी के बाद ड्यूटी पर लौटे थे। तीन दिन पहले ही पुलवामा हमले के बाद परिजनों को उनकी चिंता होने लगी थी, जिसके बाद परिजनों ने अजय से फोन पर बात की थी। बताया जा रहा है कि रविवार को एंनकाउंटर पर जाने से पहले शहीद जवान ने आखिरी बार अपनी पत्नी डिंपल से फोन पर बात की थी। इस दौरान उन्होंने कहा था कि फिक्र मत करना मैं एक स्पेशल टास्क पर जा रहा हूं। सोमवार सुबह पति की शहादत की खबर सुनते ही पत्नी डिंपल बेहोश हो गईं। अजय के पिता वीरपाल सिंह सेना से रिटायर्ड हैं। वहीं अजय अपने परिवार के इकलौते चिराग थे। दरअसल, उनके भाई की सात माह पहले बीमारी के चलते मौत हो गई थी। अजय की शादी चार साल पहले हुई थी। उनका एक ढाई साल का बेटा है। जिसका नाम आरव है।
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