रविवार को लखनऊ के गोसाईगंज इलाके में कोयला कारोबारी के फ्लैट पर 1.85 करोड़ की डकैती में दो दरोगा व सिपाही समेत चार आरोपियों को जेल भेज दिया गया। इसके साथ ही तीनों पुलिसकर्मियों की बर्खास्तगी की कार्रवाई शुरू कर दी गई है। उधर, सीसीटीवी फुटेज से तीन अन्य आरोपियों की पहचान हुई। एक करोड़ 82 लाख 60 हजार रुपये लेकर फरार आरोपियों को दबोचने के लिए पुलिस की पांच टीमें गठित की गई हैं। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कलानिधि नैथानी ने बताया कि ओमेक्स अपार्टमेंट में कोयला कारोबारी अंकित अग्रहरि के फ्लैट से काला धन बरामद करने के बहाने 1.85 करोड़ की डकैती के आरोप में गिरफ्तार उपनिरीक्षक पवन कुमार मिश्रा, आशीष तिवारी, आरक्षी प्रदीप कुमार भदौरिया और उसके निजी वाहन चालक आनंद यादव को रविवार को रिमांड मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया गया। न्यायालय ने चारों आरोपियों को न्यायिक हिरासत में लेकर जेल भेज दिया। तीनों पुलिसकर्मियों के खिलाफ विभागीय जांच शुरू कराई गई। इसके आधार पर उन्हें नौकरी से बर्खास्त करने की कार्रवाई होगी। बताया कि चारों से पूछताछ व ओमेक्स अपार्टमेंट के सीसीटीवी फुटेज से डकैती में शामिल मधुकर मिश्रा, राधाकृष्ण उपाध्याय और यशराज तिवारी की पहचान हुई। पुलिस अधीक्षक ग्रामीण के नेतृत्व में क्षेत्राधिकारी हजरतगंज के साथ पुलिस की पांच टीमें गठित करके फरार आरोपियों की सरगर्मी से तलाश कराई जा रही है। फरार आरोपियों के ठिकानों पर दबिश दी जा रही है। गौरतलब है कि गिरफ्तार आरोपियों के कब्जे से डकैती में इस्तेमाल एसयूवी, लग्जरी कार व 2.40 लाख रुपये बरामद हुए थे। फरार तीनों आरोपियों के पास एक करोड़ 82 लाख 60 हजार रुपये होने का अनुमान लगाया जा रहा है। आरोपी पुलिसकर्मियों में उपनिरीक्षक पवन कुमार मिश्रा झांसी के प्रेमनगर थाने के महावीरनपुरवा और आशीष कुमार तिवारी झांसी के ही थाना पूछ के गांव सेवा का मूल निवासी है। बहराइच के खैरीघाट थाने के गांव लालपुरवा के मूलनिवासी आरक्षी प्रदीप कुमार भदौरिया ने गोसाईगंज के महिपाल खेड़ा अर्जुनगंज निवासी आनंद यादव को निजी वाहन चालक रखा था। कलानिधि नैथानी ने बताया कि गोसाईगंज क्षेत्र में अपराध नियंत्रण और वारदातों के खुलासे में असफल थानाध्यक्ष अजय प्रकाश त्रिपाठी को क्राइम ब्रांच स्थानांतरित करके निरीक्षक विजय कुमार सिंह को तैनात किया गया है। गैर जिले से आए विजय कुमार सिंह की हसनगंज में अतिरिक्त निरीक्षक अपराध के पद पर तैनाती का आदेश निरस्त किया गया है। पुलिसकर्मियों द्वारा कोयला कारोबारी के घर डकैती को लेकर महकमे की फजीहत से खफा पुलिस महानिदेशक ओम प्रकाश सिंह ने सख्त कार्रवाई के आदेश दिए हैं। उन्होंने कहा कि अपराध में लिप्त पुलिसकर्मियों को वर्दी पहनने का कोई अधिकार नहीं है। कहा, एक घटना से पुलिस की छवि पर सवाल नहीं उठाया जाना चाहिए। एसएसपी ने प्रभारी निरीक्षक को डकैती की पड़ताल के आदेश दिए। कारोबारी के घर से बरामद रकम की जांच का जिम्मा आयकर विभाग को सौंपा गया है। कलानिधि नैथानी ने बताया कि कोयला कारोबारी अंकित अग्रहरि की तहरीर पर शनिवार को डकैती की प्राथमिकी दर्ज करके पड़ताल शुरू की गई। एक करोड़ 82 लाख 60 हजार रुपये के साथ फरार मधुकर मिश्रा, राधाकृष्ण उपाध्याय और यशराज तिवारी की सरगर्मी से तलाश की जा रही है। आयकर विभाग को सूचना दी गई थी। पुलिस टीम ने डकैती के चश्मदीद अंकित के सभी साथियों के साथ अपार्टमेंट के चौकीदार से वारदात के बारे में तहकीकात की और आयकर विभाग की टीम रकम के बारे में बयान दर्ज कर रही है। आयकर विभाग की जांच में खुलासा होगा कि अंकित के पास रकम कहां से आई थी?
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