राहुल बजाज ने बजाज फिनसर्व के नॉन-एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर और चेयरमैन पद से इस्तीफा दे दिया है| 16 मई को कंपनी की बोर्ड बैठक के बाद राहुल बजाज चेयरमैन एमेरिटस (मानद चेयरमैन) के पद पर नियुक्त होंगे| बता दें कि राहुल बजाज का नाम भारत के सफल बिजनेसमैन में लिया जाता है| राहुल बजाज उस समय बजाज समूह के अध्यक्ष रहे हैं जब चेतक स्कूटर को पाने के लिए 10 साल का इंतजार करना पड़ता था| बता दें कि 17 मई 2019 से नन्नू गोबिंदराम पमनानी इंडिपेंडेंट नॉन-एक्जीक्यूटिव चेयरमैन बनेंगे| वो फिलहाल बजाज फिनसर्व के वाइस चेयरमैन हैं| बजाज फिनसर्व बजाज ग्रुप की फाइनेंशियल सर्विसेज कंपनी है| यह शेयर बाजार में लिस्टेड है|
कौन है राहुल बजाज-
राहुल बजाज का जन्म 10 जून 1938 को बंगाल प्रेसीडेंसी में हुआ था| बजाज व्यवसायिक घराने की नींव राहुल के दादा जमनालाल बजाज ने रखी थी| आने वाली पीढ़ियों ने बजाज घराने के बिजनेस को आगे बढ़ाया| राहुल ने कैथेड्रल एंड जॉन कॉनन स्कूल से प्रारंभिक शिक्षा प्राप्त की| उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय के सेंट स्टीफेंस कॉलेज से अर्थशास्त्र (ऑनर्स) डिग्री और बंबई विश्वविद्यालय से कानून की डिग्री ली है और हार्वर्ड बिजनेस स्कूल से एमबीए हैं| भारतीय उद्योग जगत में अपनी भूमिका के लिए साल 2001 में उन्हें भारत सरकार द्वारा तीसरा सबसे बड़े नागरिक सम्मान ‘पद्म भूषण’ प्रदान किया गया| साल 2006 में उन्हें महाराष्ट्र से राज्यसभा के लिए चुना गया| इसलिए है खास- राहुल बजाज ने 1965 में बजाज समूह की बागडोर संभाली| सन 1980 के दशक में बजाज स्कूटर्स बनाने वाली देश की टॉप कंपनी में से एक थी| बजाज ग्रुप के चेतक ब्रांड स्कूटर की मांग इतनी ज्यादा थी की इसके लिए 10 साल तक का वेटिंग-पीरियड था| राहुल कई कंपनियों के बोर्ड के अध्यक्ष भी हैं| बजाज ग्रुप में बजाज ऑटो की अग्रणी कंपनी सहित 36 कंपनियां हैं| दुनिया की टू व्हीलर और थ्री व्हीलर निर्माता कंपनियों में बजाज ऑटो चौथी सबसे बड़ी कंपनी है|
Check Also
एक्टिंग के बाद राजनीति में जलवा बिखेरेंगे अक्षय खन्ना, विनोद खन्ना की सीट पर लड़ सकते हैं चुनाव
पंजाब में भाजपा अपने पुराने सहयोगी शिरोमणि अकाली दल के साथ मिलकर लोकसभा चुनाव लड़ …