बिहार: बिहार जिले के मशहूर सीएसपी संचालक चित्तरंजन कुमार सिंह हत्याकांड के मामले में पुलिस ने करीबी से लेकर कई दिशाओं में पड़ताल की लेकिन श्राद्ध कर्म खत्म होने के बाद भी पुलिस की पड़ताल अभी भी रहस्य के कोहरे में गोते लगा रही हैं| यह वारदात उस समय हुई थी जब सीएसपी संचालक चित्तरंजन कुमार सिंह रजौन इलाहाबाद बैंक से पैसे की निकासी कर 05 लाख 40 हजार रुपये अपने साथी जितेंद्र कुमार चौधरी के साथ बाईक से सिंहनान अपने निवास स्थान जा रहे थे| इस मामले में पुलिस संदेह के आधार पर कई व्यक्तियों से लंबी पूछताछ की परन्तु उसकी कोई भी बातें विरोधाभास सामने नहीं आई| लेकिन पुख्ता सबूत न मिलने पर पुलिस एक कदम आगे बढ़ने के बजाय पीछे हट गई| नतीजातन सीएसपी संचालक चित्तरंजन हत्याकांड भी पहेली बनकर रह गया| आपको बता दे दशहरा पर्व के पांच पूजा यानि 03 अक्टूबर को रजौन इलाहाबाद बैंक से सीएसपी संचालक चित्तरंजन कुमार सिंह 05 लाख 40 हजार रुपये की निकासी कर अपने मित्र के साथ अपने निवास स्थान सिंहनान लौट रहे थे| तभी हत्यारों ने पूर्व से घात लगाये महज थाना से 04 किलोमीटर की दूरी पर दिनदहाड़े दो हवाई फायरिंग कर उनकी छाती व कंधे पर गोली दाग दी| फिलहाल लूट के लिए हत्या की कहानी झूठी साबित होते देख पुलिस कई सवालों का जवाब तलाशने में जुटी और जल्द कातिल की गर्दन तक पहुंचने का दावा किया| लेकिन आज तक पुलिस किसी नतीजे पर नहीं पहुंच सकी| लिहाजा हार मानकर पूरी कवायद फाइलों में दफन कर चुप्पी साध ली| चित्तरंजन हत्याकांड दिनदहाड़े चलती बाईक पर सीएसपी संचालक को गोली मारा जाना? बाईक क्षतिग्रस्त न होना हलांकि पुलिस इस सनसनीखेज वारदात को गहरी साजिश भी मानकर जांच की लेकिन वह भी विफल रही| घटना के बाद पुलिस कई तरह की रणनीतियां तैयार कर कई बार कुछ संदिग्ध व्यक्तियों से पूछताछ की लेकिन हाथ कुछ नहीं लग सका| लिहाजा पुलिस की थ्योरी का नतीजा हैं कि 13 दिन बाद भी कातिल अपराधी गिरफ्त से कोसों दूर हैं| चित्तरंजन हत्याकांड पुलिस के लिए अनबूझ पहेली बना हुआ हैं| 13 दिन बीतने बाद भी जिलों की पुलिस इस हत्याकांड को ट्रेस करना तो दूर घटना से जुड़ी लाईन तक नहीं चला पाई हैं| पुलिस को अभी तक इस मामले में कातिल अपराधियों तक पहुंचने में भनक तक नहीं लग सकी हैं| हलांकि पुलिस इस हत्याकांड को हर दृष्टिकोण से ट्रेस करना की कोशिश कर रही हैं लेकिन पुलिस के अब तक सारे प्रयास विफल होते रहे हैं| पुलिस घटनास्थल से जुड़ी कुछ सीसीटीवी फुटेज भी खंगाल चुकी हैं| फुटेज का अध्ययन करने के बाद भी पुलिस तह तक नहीं पहुंच पाई हैं| लेकिन पुलिस के लिए यह हत्याकांड पूरी तरह से ब्लाइंड बना हुआ हैं| जिले के पुलिस कप्तान अरविंद कुमार गुप्ता भी इस हत्याकांड की समानांतर अपडेट लेते रहे हैं| हत्यारों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर एकजुट होकर कई संगठन लगातार रोष प्रदर्शन कर रहे हैं| हत्यारों की गिरफ्तारी न होने पर आम लोगों में भी असुरक्षा की भावना व्याप्त हैं| मृतक की पत्नि रूबी देवी व मासूम बच्चे चीख चीखकर रो रही हैं और कह रही हैं कि हत्यारे को अविलंब फांसी की सजा हो?
अमित कुमार झा की रिपोर्ट