उत्तर प्रदेश के बरेली में एक बार फिर मजहब की दीवार को तोड़ कर एक प्रेमी जोड़ा शादी के बंधन में बंध गया। बरेली के तहसील आंवला की रहने वाली सबा ने हिंदू धर्म अपनाकर अपने प्रेमी से विवाह किया और एक नए नाम के साथ अपनी जिंदगी शुरू की। बता दें कि सबा ने सोनी बन अपने प्रेमी अंकुर से शादी कर ली। दोनों प्रेमी युगल ने बरेली के अगस्त्य मुनि आश्रम में जाकर सात फेरे लिए और शादी की सभी रस्में पूरी की। विवाह से पहले सबा ने इस्माम धर्म छोड़कर हिंदू धर्म अपनाया और अपना नाम सोनी रखा। सबा से सोनी बनी युवती के पिता ने प्रेमी युवक के खिलाफ बेटी को बहला-फुसलाकर ले जाने के आरोप में मुकदमा दर्ज करवाया है। दूसरी तरफ प्रेमी जोड़े ने परिवार से जान का खतरा बताते हुए जिला प्रशासन से न्याय और सुरक्षा की गुहार लगाई है। सबा से सोनी बनी युवती का कहना है कि उसने शादी अपनी मर्जी से की है। पहले मेरे परिवार वालों को इसके बारे में नहीं पता था, लेकिन अब उन्हें पता लग गया है। मेरे पिता ने झूठी एफआईआर कराई है। सबा से सोनी बनी युवती का यह भी कहना है कि उसे हिंदू धर्म अच्छा लगता था। हिंदू धर्म में उसकी आस्था थी।
6 साल पहले हुई थी मुलाकात
प्रेमी युवक अंकुर ने बताया, “वह कस्बे में फेरी लगाकर कपड़े की दुकान लगाते थे। इस दौरान उनकी मुलाकात उसी मार्केट में सबा से हो गई। धीरे-धीरे बातचीत होते हुए दोस्ती हुई और दोस्ती प्यार में बदल गई, जिसके बाद उन्होंने आज प्रेम विवाह कर लिया है।
साध्वी प्राची ने पहुंच कर दिया आशीर्वाद
आपको बता दें कि ये प्रेम विवाह बरेली के अगस्त्य मुनि आश्रम में बीते गुरुवार की शाम को पूरे विधि विधान से हुई। इस प्रेमी जोड़े को आशीर्वाद देने के लिए साध्वी प्राची खुद पहुंची और उन्होंने दोनों प्रेमी युगल को शादी की शुभकामनाएं देते हुए अपना आशीर्वाद भी दिया। मिली जानकारी के मुताबिक, विवाह समारोह में अचानक पहुंचे साध्वी प्राची की भनक स्थानीय जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन को भी नहीं लगी। विवाह समारोह में शामिल होने का बाद साध्वी प्राची वापस लौट गई।