शुक्रवार को केंद्रीय जांच ब्यूरो ने विशेष कोर्ट को बताया कि पीटर मुखर्जी ही शीना बोरा का ‘साइलेंट किलर’ है| शीना बोरा की हत्या 2012 में हुई थी| सीबीआई ने पीटर की जमानत याचिका पर सुनवाई के समय यह तर्क दिया और उसकी जमानत का विरोध किया| पीटर को शीना बोरा की हत्या के मामले में वर्ष 2015 में गिरफ्तार किया गया था| उसके बाद पिछले साल उसने जमानत के लिए आवेदन किया था| पीटर तीन बार जमानत के लिए आवेदन कर चुका है| जमानत याचिका पर सुनाई के दौरान सरकारी वकील भरत बदामी ने कहा कि शीना बोरा की हत्या में पीटर मुखर्जी की भूमिका है| सीबीआई के पास इस बात के पर्याप्त सबूत हैं| वकील ने कहा कि शीना बोरा और पीटर के बेटे राहुल एक दूसरे के संपर्क में थे| जबकि पीटर ने कहानी गढ़ी कि शीना के बारे में उसे कुछ पता नहीं था| उसने शीना को ढूंढने के लिए भी कोई कदम नहीं उठाया| वकील ने कहा कि ऐसे कई सबूत हैं जो पीटर के खिलाफ हैं| इसलिए उसे जमानत नहीं दी जानी चाहिए| जब बेटे राहुल ने शीना के बारे में चिंतित होकर पूछा, तब पीटर ने कुछ नहीं कहा| वे चुप रहा| उस हालात को लेकर पीटर को ‘साइलंट किलर’ कहा जा सकता है| बता दें कि पूर्व मीडिया मालकिन इंद्राणी अपने पति पीटर मुखर्जी के साथ शीना बोरा की हत्या के मामले में 2015 से जेल में बंद है| शीना की हत्या को अंजाम 2012 में एक कार में दिया गया था| लेकिन मामला तीन साल बाद दुनिया के सामने आया जब इंद्राणी के ड्राइवर को गिरफ्तार किया गया था| शीना बोरा, इंद्राणी के पहले पति की बेटी है| जबकि पीटर, इंद्राणी का दूसरा पति है और राहुल उन दोनों का बेटा है| ऐसे में राहुल और शीना बोरा सौतेले भाई बहन थे| जबकि इस मामले पर पीटर की दलील है कि जब शीना की हत्या हुई, उस वक्त वह लंदन में था| जबकि सीबीआई उसके इस तर्क से सहमत नहीं है|
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