लखनऊ: संयुक्त स्वास्थ्य आउटसोर्सिंग सविंदा कर्मचारि संघ उ०प्र० और डॉ० राम०म०लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान संविदा कर्मचारी संघ द्वारा संयुक्त संयुक्त रूप से राजधानी लखनऊ के ईको गार्डन में एक दिवसीय धरना आयोजित किया गया। जिसमें लखनऊ के के०जी०एम०यू०, डॉ० राममनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान, एस०जी०पी०जी०आई० के साथ हि प्रदेश के समस्त मेडिकल कॉलेज, जिला चिकित्सालय संयुक्त चिकित्सालय सी०एच०सी०,पी०एच०सी० के हजारों कर्मचारी धरने में उपस्थित रहे तथा सभी संविदा मेडिकल कर्मचारियों ने आउटसोर्सिंग व्यवस्था के खिलाफ राजधानी लखनऊ के ईको गार्डन में विरोध प्रदर्शन किया।
वहीं प्रदेश अध्यक्ष रितेश मल्ल ने हमें बताया कि प्रदेश में ठेकेदारी प्रथा से कार्यरत कर्मचारियों के साथ स्वास्थ्य विभाग और अस्पताल संस्थान, प्रशासन सौतेला व्यवहार कर हैं । और पी०एफ०ई०एस०आई० के नाम पर करोड़ों रुपये के घोटाले किया जा रहे हैं। आउटसोर्सिंग संविदा कर्मचारि संघ की 5 प्रमुख मांगे
1.प्रदेश में कार्यरत समस्त संवर्ग के कर्मचारियों का विभागीय संविदा पर समायोजित किया जाय और डॉ० राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान, किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय लखनऊ, एस०जी०पी०जी०आई० में कर्मचारियों को सीधे संस्थान द्वारा वेतन भुगतान हो ।
2.मा० सर्वोच्च न्यायालय के आदेश समान कार्य समान वेतन की व्यवस्था लागू हो ।
3. केन्द्र सरकार के अधिनियम न्यूनतम वेतन रू० 18000/ की व्यवस्था लागू हो तथा चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों को रू० 18000/ वेतन दिया जाय ।
4. एन०आर०एच०एम० की भांति संविदा तथा वर्ष में 20 आकस्मिक 16 चिकित्सकीय एवं महिला कर्मचारियों को 6 माह का प्रसूति अवकाश प्रदान किया जाय ।
5. विभागीय समायोजन न होने तक आउटसोर्सिंग नीति बनायी जाय और 60 वर्ष की आयु तक नौकरी सुरक्षित किया जाय।
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