शनिवार को जब एयर इंडिया की लंदन-दिल्ली जाने वाली फ्लाइट में ओवलफ्लो हो चुके टॉयलेट का गंदा पानी इकॉनमी केबिन के कारपेट एरिया तक आ गया। यात्रियों को इससे काफी दिक्कत का सामना करना पड़ा। इससे फ्लाइट में काफी बदबू भी आने लगी थी। यात्रियों को इससे दिक्कत न हो इसके लिए उन्हें क्रू मेंबर्स ने इकॉनमी सेक्शन के सबसे ज्यादा प्रभावित हिस्से से दूसरी सीटों पर शिफ्ट कर दिया। क्रू मेंबर्स ने कारपेट में आए पानी से भरे एरिया को कंबलों और कागजों से ढक दिया और यात्रियों की सहूलियत के लिए इस लंबी फ्लाइट में परफ्यूम का भी छिड़काव किया गया। इस घटना पर एयर इंडिया का कहना है, “हमने मामले की जांच की है पता चला कि टॉयलेट के बांयी ओर की नाली में एक तौलिया फंसा हुआ था, जिसके चलते फ्लाइट में टॉयलेट ओवरफ्लो हो गया था।” वहीं एक अन्य अधिकारी का कहना है कि यह यात्रियों के दुरुपयोग के कारण हुआ है। उनका कहना है कि केबिन क्रू ये घोषणा कर चुका है कि अगर टॉइलेट में तौलिया फ्लश किया जाएगा तो नाली जाम हो जाएगी, जिससे बड़े खतरे हो सकते हैं। लेकिन बावजूद इसके ऐसा हुआ। 9 फरवरी को एआई112 में ये समस्या आई थी। उड़ान में तकनीकी कारणों के चलते देरी भी हुई। उड़ान भरने के थोड़ी देर बाद ही पानी ओवफ्लो होना शुरू हो गया था। फ्लाइट में मौजूद एक यात्री का कहना है कि पानी के कारण फ्लाइट में काफी बदबू आ रही थी। जिसके चलते क्रू मेंबर ने परफ्यूम का छिड़काव किया। टॉयलेट का ओवरफ्लो होना एक बड़ी समस्या बनती जा रही है। एयर इंडिया से सफर करने वाले लोगों का कहना है कि एयरलाइंस में एक और बड़ी समस्या है और वह है आईएफई सिस्टम का काम न करना। जो लंबी उड़ानों के लिए काफी जरूरी होता है। हैरानी की बात तो ये है कि ये समस्या तब हो रही हैं जब अधिकतर एयरलाइंस ज्यादातर अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के लिए ऑनबोर्ड वाईफाई उपलब्ध करा रही हैं।
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