केंद्र सरकार की ‘एडॉप्ट ए हेरिटेज’ स्कीम के तहत मुगल बादशाह शाहजहां द्वारा बनाया गया ऐतिहासिक लाल किले को डालमिया ग्रुप ने गोद ले लिया है। देश के इस ऐतिहासिक धरोहर को संवारने की खातिर डालमिया ग्रुप ने 25 करोड़ की डील की है। इस तरह ये ऐतिहासिक स्मारक गोद में लेने वाला भारत का ये पहला कॉर्पोरेट हाउस बन गया है। अंग्रेजी अखबार बिजनेस स्टैंडर्ड में छपी खबर के अनुसार डालमिया ग्रुप ने ये कॉन्ट्रैक्ट 5 साल के लिए इंडिगो एयरलाइंस और जीएमआर ग्रुप को हराकर जीता है।
लाल किला के बाद ‘एडॉप्ट ए हेरिटेज’ के तहत जल्द ही ताजमहल को गोद लेने की प्रक्रिया भी पूरी हो जाएगी। ताजमहल को गोद लेने के लिए जीएमआर स्पोर्ट्स और आईटीसी अंतिम दौर में है। दरअसल, सरकार ने ‘एडॉप्ट ए हेरिटेज’ स्कीम सितंबर 2017 में लांच की थी। देश भर के 100 ऐतिहासिक स्मारकों के लिए यह स्कीम लागू की गई है।
अगले महीने से शुरू होगा काम
डालमिया ग्रुप संभवत: 23 मई से काम भी शुरू करने की प्रक्रिया में जुट जाएगी। हालांकि, 15 अगस्त के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण से पहले जुलाई में डालमिया ग्रुप को लालकिला फिर से सिक्योरिटी एजेंसियों को देना होगा। इसके बाद ग्रुप फिर से लालकिले को अपने हाथ में ले लेगा। आपको बता दें कि भारत को आजादी मिलने के बाद हर साल स्वतंत्रता दिवस के मौके पर 15 अगस्त को देश के प्रधानमंत्री तिरंगा फहरा कर आजादी का जश्न मनाते हैं। लाल किले के प्राचीर से प्रधानमंत्री देश को संबोधित करते हैं।
लालकिला के कॉन्ट्रैक्ट को लेकर डालमिया भारत ग्रुप, टूरिज्म मिनिस्ट्री, आर्कियोलॉजी सर्वे ऑफ इंडिया के बीच 9 अप्रैल को डील हुई। ग्रुप को 6 महीने में लालकिले में सुविधाएं देनी होंगी। इसमें पीने के पानी की सुविधा, स्ट्रीट फर्नीचर जैसी सुविधा शामिल हैं। डालमिया भारत ग्रुप के सीईओ महेंद्र सिंघी ने कहा कि लाल किला में 30 दिनों के अंदर काम शुरू कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा, ‘लाल किला हमें शुरुआत में पांच वर्षों के लिए मिला है। कांट्रैक्ट को बाद में बढ़ाया भी जा सकता है। हर पर्यटक हमारे लिए एक कस्टमर होगा और इसे उसी तर्ज पर विकसित किया जाएगा। हमारी कोशिश होगी कि पर्यटक यहां सिर्फ एक बार आकर ही न रुक जाएं, बल्कि बार-बार आएं।