हिमाचल समेत देश भर में सेंधा नमक को लेकर पाकिस्तान पर निर्भरता अब खत्म हो जाएगी। व्रत और त्योहारों के दौरान इस्तेमाल होने वाले सेंधा नमक को रॉक साल्ट माइन से निकालकर खाने योग्य बनाया जाएगा। मंडी के द्रंग में सेंधा नमक की खान है। यहां से हिंदुस्तान साल्ट लिमिटेड कंपनी ने 5 टन नमक निकाल लिया है। इसे सोल्यूशन माइनिंग टेक्नोलॉजी से खाने योग्य बनाया जाएगा।
रॉक सॉल्ट माइन के एजीएम महेंद्र सिंह ने बताया कि सोल्यूशन माइनिंग टेक्नोलॉजी से नमक को खाने योग्य एवं शुद्ध किया जाएगा। इसमें सबसे पहले पहाड़ को ऊपर से ड्रिल किया जाएगा और बाद में यहां पर मीठा पानी डाला जाएगा। मीठे पानी से अंदर नमक घुल जाएगा। इस नमक के घोल को बाद में प्लांट में लाकर फिल्टर किया जाएगा, जिससे नमक शुद्ध होगा और खाने योग्य बनाया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि द्रंग में खान से निकलने वाला नमक खाने योग्य नहीं था। अरसे से इसका उत्पादन ठप था। अप्रैल 2017 में नमक निकालने का काम शुरू किया गया लेकिन अगस्त में बरसात के पानी के बहाव के डर से इसे 2-3 महीनों के लिए बंद करना पड़ा। पानी का बहाव अब भी चुनौती बना है, लेकिन नमक निकालने का काम बहाल कर दिया गया है।