सीबीआई की विशेष अदालत ने असम में 2008 में हुए सिलसिलेवार बम विस्फोटों के मामले में नेशनल डेमोक्रेटिक फ्रंट ऑफ बोडोलैंड प्रमुख रंजन दैमारी और 14 अन्य को दोषी ठहराया। इन विस्फोटों में 88 लोगों की मौत हो गई थी। सीबीआई की विशेष अदालत 30 जनवरी को आरोपियों को सजा सुनाएगी। यह समूह भारत सरकार से बातचीत कर रहा है। अधिकार कार्यकर्ता अंजलि दैमारी और रंजन दैमारी की बहन का कहना है कि इस तरह का निर्णय और शांति प्रक्रिया साथ-साथ नहीं चल सकती हैं। इस मामले में कुल 22 लोगों को आरोपी बनाया गया है। 7 फिलहाल फरार हैं जबकि माना जा रहा है कि 2 की मौत हो चुकी है। 15 आरोपियों में से केवल रंजन दैमारी ऐसा शख्स था जोकि जमानत पर बाहर है।
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