जम्मू-कश्मीर सरकार के प्रयास से ग्रेजुएट एप्टीट्यूड टेस्ट एग्जाम के दूसरे चरण में शामिल होने वाले श्रीनगर के 179 विद्यार्थियों को विशेष विमान से जम्मू लाया गया। इसके साथ ही उमरा कर लौटे 180 यात्रियों को भी श्रीनगर पहुंचाया गया। ये सभी खराब मौसम के चलते राष्ट्रीय राजमार्ग बंद होने तथा विमानों के रद्द होने से फंसे हुए थे। राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने मामले का संज्ञान लेते हुए श्रीनगर व दिल्ली में फंसे ऐसे सभी लोगों के लिए वैकल्पिक इंतजाम करने की हिदायत दी थी। राज्यपाल के निर्देशों पर कार्रवाई करते हुए राज्य सरकार ने तुरंत केंद्रीय रक्षा मंत्रालय से मदद का अनुरोध किया। इसके बाद 179 छात्रों को गेट में बैठने के लिए वायु सेना के विशेष विमान से श्रीनगर से जम्मू लाया गया। राज्य सरकार के अनुरोध पर 180 यात्रियों को एयर इंडिया की फ्लाइट से दिल्ली से भेजा गया। शेष यात्रियों को शनिवार को श्रीनगर भेजा जाएगा। नई दिल्ली में उनके ठहरने सहित सभी आवश्यक प्रबंध भी एयर इंडिया ने गए हैं। रेजिडेंट कमिश्नर नई दिल्ली की टीम इन लोगों के लगातार संपर्क में है और उनकी हर संभव मदद कर रही है। गेट के दूसरे बैच के उम्मीदवारों को एयरलिफ्ट नहीं किया जा सका। शुक्रवार देर शाम तक इंतजार के बाद छात्रों को लौटने को कहा गया। नोडल अफसर व एडीसी बडगाम खुर्शीद अहमद ने पुष्टि की है कि दूसरे बैच को एयरलिफ्ट नहीं किया जा सका क्योंकि लैंडिंग की अनुमति नहीं मिल पाई थी। उम्मीद है कि शनिवार सुबह बचे हुए विद्यार्थियों को एयरलिफ्ट किया जाएगा।
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