बहुराष्ट्रीय कंपनी वॉलमार्ट भारत में एफडीआई कानून के लागू होने के बाद जल्द ही फ्लिपकार्ट से किनारा कर सकती है। रिसर्च कंपनी मॉर्गन स्टेनली ने आकलन किया है कि इस बारे में वॉलमार्ट जल्द ऐलान कर सकती है। केंद्र सरकार ने 1 फरवरी से लागू हुए नए कानून के जरिए इन कंपनियों को स्टॉक पर नियंत्रण रखने और सामान बेचने वाले वेंडर्स को साझेदार मनाने से मना कर दिया था। अब इन कंपनियों के स्टॉक में 25 फीसदी की गिरावट देखने को मिली है। नए नियमों के लागू होने से फ्लिपकार्ट और अमेजन के सप्लाई चेन के साथ-साथ एक्सक्लूसिव डील पर भी असर पड़ा है। इन दोनों कंपनियों को इस तरह से 50 फीसदी की आमदनी होती थी। फ्लिपकार्ट की ज्यादातर सेल मोबाइल और इलेक्ट्रोनिक उत्पादों के जरिए होती थी।
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