शुक्रवार सुबह उन्नाव के बांगरमऊ में देवखरी के पास हरिद्वार शहर निवासी महंत जगतगुरु हंसदेवाचार्य जी की फॉर्च्यूनर कार ट्रक में जा भिड़ी। हादसा इतना जोरदार था कि उनकी कार के परखच्चे उड़ गए। लहूलुहान हालत में उन्हें नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां से उन्हें लखनऊ पीजीआई रेफर कर दिया गया। महंत जगतगुरु हंसदेवाचार्य जी की मृत्यु की सूचना मिलते ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उनके अंतिम दर्शनों के लिए लखनऊ पीजीआई पहुंचे। वह प्रयागराज से दिल्ली जा रहे थे। यह हादसा सुबह 5 बजे उन्नाव के पास हुआ। पीजीआई में इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। सूत्रों की माने तो लखनऊ की किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी में उनका पोस्टमार्टम चल रहा है। अस्पताल के बाहर साधु संतों के साथ भाजपा नेताओं ने एकत्र होना शुरु कर दिया। कुंभ के दौरान महंत जगतगुरु हंसदेवाचार्य जी ने विहिप की धर्म संसद में प्रमुख भूमिका निभाई थी। राम मंदिर मुद्दे पर उन्होंने सरकार का साथ देते हुए नाराज साधु संतों को एकजुट करने का काम किया। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के अलावा हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के अलावा केंद्र सरकार के कई मंत्रियों ने कुंभ क्षेत्र में आकर महंत जगतगुरु हंसदेवाचार्य से कई मुद्दों पर विचार विमर्श किया। जगन्नाथ धाम के नाम से महंत जगतगुरु हंसदेवाचार्य जी का हरिद्वार में आश्रम है। श्री पंचदशनाम जूना अखड़ा वरिष्ठ महामंडलेश्वर स्वामी यतींद्रा नंद गिरी ने कहा महंत जगतगुरु हंसदेवाचार्य जी के जाने से साधु समाज को क्षति हुई है। वह संत समाज का नेतृत्व करने वालों में से थे।
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