सहारनपुर जिले के नागल, गागलहेड़ी और देवबंद थाना क्षेत्र के कई गांवों में जहां देर रात तक 44 लोगों की मौत हो चुकी थी तो करीब चार दर्जन से अधिक लोग अस्पताल में भर्ती हैं। कई लोगों की हालत मेडिकल अस्पताल मेरठ में नाजुक बनी हुई है। इस बड़ी लापरवाही पर नागल थाना प्रभारी सहित दस पुलिसकर्मी और आबकारी विभाग के तीन इंस्पेक्टर व दो कांस्टेबल सस्पेंड कर दिए गए। वहीं, रुड़की के झबरेड़ा और भगवानपुर थाना क्षेत्रों के गांवों में भी जहरीली शराब ने 20 लोगों की जान ले ली। यहां करीब 68 लोग अस्पताल में उपचार करा रहे थे। छह लोगों की हालत नाजुक बनी है। इस बड़ी लापरवाही पर सहारनपुर के नागल थाना प्रभारी सहित दस पुलिसकर्मी और आबकारी विभाग के तीन इंस्पेक्टर व दो कांस्टेबल सस्पेंड कर दिए गए। उत्तराखंड शासन ने रुड़की के आबकारी निरीक्षक समेत 13 अधिकारियों को सस्पेंड करते हुए घटना की मजिस्ट्रेटी जांच के आदेश दिए हैं। एसएसपी हरिद्वार ने भी झबरेड़ा थानाध्यक्ष, चौकी प्रभारी और हलका कांस्टेबल को सस्पेंड किया है। पुलिस प्रशासनिक अधिकारी जिला अस्पताल के बाद गांव उमाही पहुंचे। वहां पांच लोगों की मौत होना बताई गई। सलेमपुर गांव के चार, शरबतपुर में तीन, कोलकी कलां में एक, गांव माली में दो, सलेमपुर में तीन, मायाहेडी में एक और देवबंद क्षेत्र के गांव शिवपुर में एक युवक की मौत हो गई। छह लोगों की हालत मेरठ मेडिकल में नाजुक बनी थी। शुक्रवार देर रात तक मौत का यह आंकड़ा 44 तक पहुंच चुका था।
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